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शार्ट स्टोरी लेखन चेलैन्ज भाग 17 पुनर्जन्म

                 हरिपाल व रामपाल दो भाई एक गाँव में रहते थे। बडे़ भाई  की शादी होगयी थी उसके चार बच्चे भी थे।  उनकी माँ छोटे भाई के साथ रहती  थी। माँ का नाम राम कली था


    राम पाल के साथ माँ इसलिए भी खुश थी कि उसकी शादी नही हुई थी।  रामपाल माँ की सेवा भी करता था। कुछ समय बाद  रामकली बीमार रहने लगी।  रामकली का शरीर भी बहुत कमजोर  होचुका था।

    अब वह चलने में भी परेशान रहती थी। एकबार वह ऐसी बीमार हुई कि वह चारपाई से नहीं उठ सकी। कुछ समय बाद रामकली को मृत घोषित कर दिया।

     दौनो बेटौ ने गाँव वालौ की सहायता से उनका अन्तिम संस्कार कर दिया गया।

    असल में रामकली मरी नहीं थी उनके अन्दर सांस थी अर्थात उनको जीवित ही जला दिया गया।  अब उनको भूतयौनि मिली वह गाँव के लोगौ को भूतिनी बनकर डराने लगी। 

        जिस ओर उनका संस्कार किया गया था उस जगह पर लोगो का आना जाना ही बन्द होगया    फिर गाँव वालौ ने मिलकर उनके बेटे को समझा कर हवन यज्ञ करवाया जिससे उनकी भूतयौनि से मुक्ति हुई।

       राम कली ने भूतयौनि से मुक्त होकर अपने गाँव के पास गाँव में जन्म लेलिया।

       जब वह पांच बर्ष की होगयी तब स्कूल जाने  लगी। एक दिन स्कूल की टीचर उनको मारने लगी वह उसकी तरफ आँखे निकालकर बोली," माया तू मुझे जानती नही है  मै कौन हूँ।

वह टीचर पूछने लगी ," तू कौन है?"
 
      मै हरिपाल व रामपाल की माँ हूँ मेरा गाँव रानगर है। मुझे जिन्दा जला दिया था। तू पहले रामनगर में पढाती थी।

 उस टीचर ने और बहुतसी बातै पूछी उस लड़की ने सही जबाब दिये।

      अब माया टीचर को विश्वास होगया। और उसने यह बात बहुत से लोगौ को बताई।फिर उसने यह बात हरिपाल को बताई वह उनसे मिलने उस गाँव मे गये । उस लड़की ने सबको पहचान लिया।

  फिर वह अपने गाँव आई उसने सब को नाम लेकर पहचान लिया। उसने अपने घर जाकर एक जगह खोदकर कुछ चाँदी के रुपये भी निकाल कर दिये क्यौकि पहले की औरतै अपने घर के गहने जमीन में दबाकर रखती थी।

नोट :- यह कहानी सत्य घटना पर आधारित है।  पात्रौ के नाम व स्थान के नाम बदल दिये है।

शार्ट स्टोरी लेखन चेलैन्ज भाग 17 

जानर :- हारर
नरेश शर्मा
19/05/2022

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9 Comments

Kusam Sharma

03-Jun-2022 08:57 AM

Nice

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Seema Priyadarshini sahay

21-May-2022 04:29 PM

सुंदर रचना

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Neelam josi

21-May-2022 04:08 PM

Very nice 👌

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